"वित्त मंत्री आदरणीय निर्मला सीतारमण जी के कर कमलों द्वारा हुआ पुस्तक" नवलोकांचल गीत "का लोकार्पण"
बहुत प्रतीक्षा के बाद आखिर वह घड़ी आई जिसका बेसब्री से इंतजार था
21वीं सदी के 21में वर्ष में वरिष्ठ साहित्यकार मीना गोदरे ,अवनि द्वारा संपादित/ संकलित भारत की प्रथम पुस्तक "नवलोकांचल गीत "का विमोचन वित्त मंत्री आदरणीय निर्मला सीतारामण जी के कर कमलों द्वारा उनके नई दिल्ली स्थित चेंबर में 23-2 -21 को शाम 5:00 बजे प्रकाशक मनमोहन शर्मा शरण जी की उपस्थिति में हुआ।
पूर्व समय निर्धारित ना हो सकने के कारण संपादक जी उपस्थित नहीं हो पाई,
यह पुस्तक भारत की प्रथम पुस्तक के रूप में भावी पीढ़ी को समर्पित की गई है जिसमें देश के 93 रचनाकारों की 187 रचनाएं समग्र देश की लोक भाषाओं को में लिखे गए लोक गीत और कविताओं के रूप में संग्रहित की गई है पुस्तक का संपादन वरिष्ठ साहित्यकार श्रीमती मीना गोदरे अवनी द्वारा बड़े ही सुव्यवस्थित ढंग से किया गया है जिसमें हिंदी की पांच उप भाषाओं उनकी 18 बोलियों और 10 उपबोलियों को तथा चार अन्य भाषाओं की 10 बोलियों को संग्रहीत कर 40 लोकभाषाओं को पुस्तक में स्थान देकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है
पुस्तक लिखने का उद्देश्य लुप्त होती लोकभाषाएं /बोलियों का संरक्षण है
क्योंकि यह लोगभाषाएं हमारी सभ्यता और संस्कृति की परिचायक है यह हिंदी भाषा के वह स्तंभ है है जिन पर हिंदी का संवर्धन और विकास की नींव खड़ी है, हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए अन्य भाषाओं का विरोध नहीं है यही विशेषता है इस देश की, कि अनेक बोलियों और भाषाओं के होते हुए भी सब का समर्थन हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने का है यही हमारे देश की एकता और अखंडता है जिसे दर्शना भी पुस्तक का उद्देश्य है
प्रेषक
मीना गोदरे अवनि
राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त
संस्थापक अध्यक्ष -हिंदी सृजन समूह अवनि सृजन समूह
प्रांतीय सह सचिव अ .भा. म .परिषद
सचिव इंदौर लेखिका संघ