चौगुनी हंसी, वर्ष सवा सौ जी :आचार्य श्री विद्या सागर


 

चौगुनी हंसी, वर्ष सवा सौ जी : आचार्य श्री विद्यासागर

नेमावर। शुक्रवार  11 Nov
सादा भोजन कीजिए, दुगना पानी पी।
तिगुना श्रम औ चौगुनी  हंसी वर्ष सवासौ जी।।
व्यक्ति को हमेशा सादा भोजन करना चाहिए, जितना भोजन किया जाय उससे दोगुना पानी पीना आवश्यक है, उससे तीनगुना शरीरिक परिश्रम करना आवश्यक है और भोजन से चार गुना हंसी भी आवश्यक है। यदि व्यक्ति इन नियमों को नियमित पालन करे तो वह सवासौ वर्ष की आयु वाला अर्थात् निरोगी और दीर्घजीवी होगा। यह उक्ति नेमावर (हरदा) में संघ सहित प्रवासस्थ संत शिरोमणि आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज ने उस समय कही जब शनिवार को अपराह्न हास्य अभिनेता राजपाल यादव उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने नेमावर पहुंचे।
सिद्धोदय सिद्धक्षेत्र ट्रस्ट नेमावर के कार्यकारी अध्यक्ष संजय मेक्स इन्दौर ने डाॅ. महेन्द्र कुमार जैन ‘मनुज’ को बताया कि आचार्यश्री ने फिल्मों में अश्लीलता नहीं होना चाहिए  इससे समाज पर बुरा प्रभाव पड़ता है, फिल्मों के माध्यम से भी समाज को संस्कारित किया जा सकता है। आचार्यश्री ने कहा कि यथा सम्भव हमारे भारत की भारतीय मात्र भाषा में ही सम्वाद होना चाहिए। संजय मैक्स ने बताया कि अभिनेता राजपाल यादव को सिद्धोदय सिद्धक्षेत्र के दर्शन कराने के उपरान्त आचार्यश्री के समक्ष ही ट्रस्ट के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेशचंद काला, कोषाध्यक्ष महेंद्र अजमेरा, ट्रस्टी राजीव रविन्द्र जैन राजीव कटनेरा, पुनीत जैन, जिनेश काला आदि ने राजपाल यादव का स्मृति चिन्ह, आचार्यश्री का साहित्य, शाल-श्रीफल से सम्मान करवाया।

-डाॅ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’, इन्दौर
22/2, रामगंज, जिन्सी इन्दौर 9826091247
mkjainmanuj@yahoo.com